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Dev Uthani Ekadashi Muhurat: Date, Time & Auspicious Timings

देवउठनी एकादशी मुहूर्त: तिथि, समय और शुभ मुहूर्त

देवउठनी एकादशी, जिसे प्रबोधिनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण और पवित्र त्योहार है। यह एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित है और कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। यह दिन चातुर्मास के अंत का प्रतीक है, जो चार महीने की अवधि है जब भगवान विष्णु क्षीरसागर में योग निद्रा में रहते हैं। देवउठनी एकादशी पर, यह माना जाता है कि भगवान विष्णु अपनी निद्रा से जागते हैं, जिसके कारण इस दिन को अत्यधिक शुभ और मंगलमय माना जाता है।

देवउठनी एकादशी 2023: तिथि और दिन

इस वर्ष, देवउठनी एकादशी [Date in Hindi – उदाहरण के लिए: शुक्रवार, 24 नवंबर, 2023 ] को मनाई जाएगी। यह दिन भक्तों के लिए भगवान विष्णु की पूजा, व्रत, और शुभ कार्य करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।

देवउठनी एकादशी शुभ मुहूर्त 2023

देवउठनी एकादशी पर विभिन्न शुभ मुहूर्त होते हैं जिनमें पूजा-पाठ और अन्य धार्मिक कार्यों को करना अत्यंत फलदायी माना जाता है। यहां कुछ प्रमुख शुभ मुहूर्त दिए गए हैं:

  • एकादशी तिथि शुरू: [Start Time of Ekadashi Tithi – उदाहरण के लिए: 23 नवंबर, 2023 को रात 09:01 बजे ]
  • एकादशी तिथि समाप्त: [End Time of Ekadashi Tithi – उदाहरण के लिए: 24 नवंबर, 2023 को रात 11:32 बजे ]
  • व्रत पारण मुहूर्त (Dev Uthani Ekadashi पारण): [Parna Time – उदाहरण के लिए: 25 नवंबर, 2023 को सुबह 06:50 बजे से 08:57 बजे तक]

कृपया ध्यान दें: ऊपर दिए गए मुहूर्त सामान्य मार्गदर्शन के लिए हैं। आपके शहर और स्थान के अनुसार सटीक मुहूर्त के लिए, स्थानीय पंचांग देखना या किसी ज्योतिषी से परामर्श करना हमेशा उचित होता है।

देवउठनी एकादशी का महत्व

देवउठनी एकादशी का हिंदू धर्म में गहरा आध्यात्मिक महत्व है। इस दिन का महत्व निम्नलिखित कारणों से बढ़ जाता है:

  • भगवान विष्णु का जागरण: यह दिन भगवान विष्णु के चार महीने की योग निद्रा से जागने का प्रतीक है। भक्त इस दिन उनकी विशेष पूजा-अर्चना करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
  • चातुर्मास का अंत: देवउठनी एकादशी के साथ ही चातुर्मास का समापन होता है। चातुर्मास के दौरान विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन आदि जैसे शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है। देवउठनी एकादशी के बाद से ये सभी कार्य फिर से शुरू हो जाते हैं।
  • शुभ कार्यों की शुरुआत: देवउठनी एकादशी को सभी प्रकार के शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। विवाह, मुंडन, नया व्यवसाय शुरू करना, गृह प्रवेश जैसे महत्वपूर्ण कार्य इस दिन से किए जा सकते हैं।
  • आध्यात्मिक उन्नति: यह दिन आध्यात्मिक उन्नति और मोक्ष प्राप्ति के लिए भी महत्वपूर्ण है। भक्त इस दिन व्रत रखते हैं, भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करते हैं, और दान-पुण्य करते हैं।

देवउठनी एकादशी पूजा विधि

देवउठनी एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा विधि इस प्रकार है:

  1. प्रातःकाल उठकर स्नान करें: ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  2. व्रत संकल्प: यदि आप व्रत रख रहे हैं तो व्रत का संकल्प लें।
  3. पूजा स्थल को सजाएं: पूजा स्थल को साफ करें और गंगाजल से पवित्र करें। रंगोली बनाएं और फूलों से सजाएं।
  4. भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें: एक चौकी पर पीले वस्त्र बिछाकर भगवान विष्णु की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें।
  5. दीप जलाएं: घी का दीपक जलाएं और धूप जलाएं।
  6. पंचोपचार पूजा करें: भगवान विष्णु को चंदन, अक्षत, फूल, फल, मिठाई, और तुलसी दल अर्पित करें।
  7. मंत्र जाप: "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" मंत्र का जाप करें। विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ भी कर सकते हैं।
  8. आरती: भगवान विष्णु की आरती करें।
  9. कथा सुनें: देवउठनी एकादशी व्रत कथा सुनें या पढ़ें।
  10. प्रसाद वितरण: पूजा के बाद प्रसाद वितरित करें।
  11. रात्रि जागरण: कई भक्त इस दिन रात्रि जागरण भी करते हैं और भगवान विष्णु के भजन-कीर्तन करते हैं।

देवउठनी एकादशी व्रत के नियम

  • एकादशी व्रत दशमी तिथि की रात से शुरू होता है और द्वादशी तिथि के सूर्योदय तक चलता है।
  • व्रत के दौरान अन्न का सेवन नहीं किया जाता है। फलाहारी व्रत (फल और दूध का सेवन) या निर्जला व्रत (पानी भी नहीं पीना) रखा जा सकता है।
  • व्रत पारण द्वादशी तिथि को शुभ मुहूर्त में किया जाता है।
  • व्रत के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और मन, वचन और कर्म से शुद्ध रहना चाहिए।

निष्कर्ष

देवउठनी एकादशी एक अत्यंत शुभ और महत्वपूर्ण त्योहार है। यह भगवान विष्णु के जागरण का उत्सव है और सभी शुभ कार्यों की शुरुआत का प्रतीक है। इस दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से পূজা और व्रत करने से भक्तों को सुख, समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है। हम कामना करते हैं कि देवउठनी एकादशी का यह पावन पर्व आपके जीवन में खुशियां और समृद्धि लाए।

शुभ देवउठनी एकादशी!

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