घर के मंदिर Temple में कौन सी दो मूर्तियां रखने से भाग्य चमक जाता है? वास्तु शास्त्र हमारे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाने के लिए कई उपाय बताता है।
- यदि आप आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे है या घर में लक्ष्मी नहीं टिकती, तो पूजा घर में कुछ विशेष देवी-देवताओं की मूर्तियां या तस्वीरें स्थापित करके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते है।
- खासकर भगवान कुबेर जी और मां लक्ष्मी जी की पूजा से धन संबंधी समस्याएं दूर हो सकती है।
भगवान कुबेर जी और मां लक्ष्मी जी की मूर्ति क्यों रखें?
- भगवान कुबेर जी को धन के देवता माना जाता है।
- वहीं मां लक्ष्मी जी समृद्धि और वैभव की देवी है।
- यदि इन दोनों की मूर्तियां पूजा घर Temple में सही दिशा और तरीके से स्थापित की जाएं, तो यह घर में धनवृद्धि और स्थिरता लाने में मदद करती है।
- इससे घर में सुख-शांति भी बनी रहती है।
किस दिशा में रखें मूर्ति?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा घर Temple में भगवान कुबेर जी की मूर्ति उत्तर दिशा में और मां लक्ष्मी जी की मूर्ति पूर्व दिशा की ओर मुख करके स्थापित करनी चाहिए। इससे धन का प्रवाह बना रहता है और खर्चों पर नियंत्रण आता है।
मूर्ति कैसी होनी चाहिए?
मूर्ति बैठी हुई मुद्रा में होनी चाहिए, जिससे स्थायित्व का प्रतीक बने। चांदी, पीतल या संगमरमर से बनी मूर्ति शुभ मानी जाती है। मां लक्ष्मी जी की मूर्ति में कमल पर बैठी मुद्रा और हाथों से धन वर्षा करते हुए चित्र बहुत शुभ माना जाता है। वहीं भगवान कुबेर जी की मूर्ति सोने या धन से भरे पात्र के साथ होनी चाहिए।
नियमित पूजा और सफाई
केवल मूर्ति रखने से ही लाभ नहीं होता, उन्हें रोज साफ करना और उनकी विधिपूर्वक पूजा करना भी जरूरी है। प्रतिदिन दीपक जलाएं, अगरबत्ती लगाएं और लक्ष्मी-कुबेर मंत्रों का जाप करें। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में शुभ ऊर्जा का प्रवाह होता है।
निष्कर्ष
तो दोस्तों, यदि आप आर्थिक समस्याओं से परेशान है और घर में धन की बरकत नहीं हो रही है, तो वास्तु अनुसार पूजा घर Temple में भगवान कुबेर जी और मां लक्ष्मी जी की मूर्ति स्थापित करके नियमित पूजा करें। इससे निश्चित ही घर में समृद्धि आएगी और धन संबंधी रुकावटें दूर होंगी। इस उपाय को करना बहुत ज्यादा आसान है और आप लोग भी इसको अपने घर में कर सकते है। आप चाहे तो मूर्ति स्थापित करने वाले दिन घर में हवन करवा सकते है।