आपकी रसोई में मौजूद साधारण सा दिखने वाला ‘सरसों का तेल’ (Mustard Oil) सिर्फ सेहत ही नहीं, बल्कि आपकी सोई हुई किस्मत भी जगा सकता है।
हम अक्सर इसे सिर्फ मालिश या खाने के लिए इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ज्योतिष शास्त्र में सरसों के तेल को ग्रहों की चाल बदलने वाला एक शक्तिशाली माध्यम माना गया है। इसका सीधा संबंध ऊर्जा के कारक मंगल (Mars) और न्याय के देवता शनि (Saturn) से है।
अगर आप जीवन में संघर्ष, तनाव या व्यापार में रुकावटों का सामना कर रहे हैं, तो शरीर पर सरसों का तेल लगाने का यह प्राचीन तरीका आपके लिए रामबाण साबित हो सकता है।
आइए जानते हैं इसके अद्भुत ज्योतिषीय लाभ और इस्तेमाल का सही तरीका।
ग्रहों पर तेल का जादुई असर
ज्योतिष के अनुसार, जब आप नियम से सरसों के तेल की मालिश करते हैं, तो तीन बड़े ग्रहों पर सीधा असर पड़ता है:
- मंगल (Mars) की मजबूती: पूरे शरीर पर मालिश करने से मंगल की ऊर्जा बढ़ती है। इससे आपके अंदर गजब का साहस, आत्मविश्वास और शारीरिक बल आता है, जिससे आप संघर्षों में विजय प्राप्त करते हैं।
- शनि (Saturn) की शांति: शनिदेव को सरसों का तेल अति प्रिय है। इसकी मालिश से शनि के अशुभ प्रभाव (जैसे ढैय्या या साढ़े साती) कम होते हैं। इससे जीवन में स्थिरता आती है, तनाव दूर होता है और व्यापार में वृद्धि होती है।
- राहु (Rahu) पर नियंत्रण: सरसों का तेल नकारात्मकता को सोखने का काम करता है, जिससे राहु के कुप्रभाव दूर होते हैं और आपको एक सुरक्षा कवच मिलता है।
शरीर के किस हिस्से पर लगाएं तेल? (The Secret Spots)
सर्वोत्तम परिणाम के लिए आपको यह जानना जरूरी है कि तेल कहाँ लगाना है:
- घुटने और पैर (Knees & Legs): ये शनि के कारक अंग माने जाते हैं। यहाँ मालिश करने से धन लाभ के योग बनते हैं, व्यापार में रुकी हुई ग्रोथ शुरू होती है और जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है।
- पैरों के तलवे (Soles of Feet): रात को सोने से पहले तलवों में तेल लगाने से शनि और शुक्र दोनों शुभ फल देते हैं, जिससे जीवन में आर्थिक स्थिरता आती है।
- पूरा शरीर (Full Body): मंगल को मजबूत करने और ऊर्जावान बने रहने के लिए पूरे शरीर की हल्की मालिश सर्वोत्तम है।
कब और कैसे करें इस्तेमाल? (Best Time & Method)
गलत समय पर किया गया उपाय नुकसान भी दे सकता है, इसलिए समय का ध्यान रखें:
- सर्वोत्तम दिन: शनिवार (Saturday) का दिन सबसे शुभ है। इसके अलावा सोमवार या बुधवार को भी लगा सकते हैं। (रविवार, गुरुवार और शुक्रवार को बचें)।
- सही समय: सुबह स्नान से 15-30 मिनट पहले या शाम के समय, जब शनि की ऊर्जा प्रबल होती है।
- विधि: तेल को हल्का गुनगुना कर लें और हल्के हाथों से मालिश करें।
चमत्कारिक लाभ के लिए: मान्यता है कि यदि आप इस उपाय को लगातार 21 से 40 दिनों तक नियम से करते हैं, तो जीवन में चमत्कारिक बदलाव देखने को मिलते हैं।
(सावधानी: यह उपाय ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है। यदि आपकी त्वचा संवेदनशील है, तो पहले ‘पैच टेस्ट’ करें। कुंडली की सटीक स्थिति जानने के लिए ज्योतिषी से सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है।)








