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    महाशिवरात्रि पर क्या न करें: जानें अहम बातें

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    महाशिवरात्रि पर इन कार्यों से बचें, पाएं भोलेनाथ की असीम कृपा!

    महाशिवरात्रि हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जो भगवान शिव की आराधना को समर्पित है। इस दिन भक्त उपवास रखते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं और भगवान शिव का आशीर्वाद पाने की कोशिश करते हैं। हालांकि, इस पवित्र दिन कुछ चीजें करने से बचना चाहिए ताकि पूजा का पूरा फल मिल सके। आइए जानते हैं कि महाशिवरात्रि पर क्या नहीं करना चाहिए।


    1. मांसाहार और नशीले पदार्थों का सेवन न करें

    • महाशिवरात्रि के दिन सात्विक भोजन करना चाहिए। मांसाहार, मदिरा या किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थों का सेवन न करें।
    • भगवान शिव को सात्विकता प्रिय है, इसलिए इस दिन शुद्ध और सात्विक आहार ही ग्रहण करें।

    2. क्रोध और नकारात्मक विचारों से बचें

    • इस दिन क्रोध, ईर्ष्या और नकारात्मक विचारों से दूर रहें। भगवान शिव को शांति और ध्यान का प्रतीक माना जाता है।
    • मन को शांत रखें और दूसरों के प्रति दयालु बनें।

    3. पूजा में लापरवाही न बरतें

    • महाशिवरात्रि के दिन पूजा-अर्चना में लापरवाही न करें। शिवलिंग की सही तरीके से पूजा करें और मंत्रों का सही उच्चारण करें।
    • पूजा के समय मन को एकाग्र रखें और भगवान शिव के प्रति पूरी श्रद्धा रखें।

    4. अनावश्यक बातचीत और गपशप से बचें

    • इस दिन अनावश्यक बातचीत और गपशप से बचना चाहिए। इससे मन की शांति भंग होती है और ध्यान भटकता है।
    • ज्यादा बोलने के बजाय मौन रहकर भगवान शिव का ध्यान करना अधिक फलदायी होता है।
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    5. अन्य लोगों के प्रति असहिष्णुता न दिखाएं

    • महाशिवरात्रि के दिन सभी के प्रति सहिष्णु और दयालु बनें। किसी के प्रति गलत व्यवहार या असहिष्णुता न दिखाएं।
    • भगवान शिव को भोलेभंडारी कहा जाता है, इसलिए उनके भक्तों को भी सरल और दयालु बनना चाहिए।

    6. रात्रि जागरण में लापरवाही न करें

    • महाशिवरात्रि की रात्रि जागरण करना शुभ माना जाता है। इस दौरान लापरवाही न बरतें और पूरी रात भजन-कीर्तन और ध्यान में व्यतीत करें।
    • रात्रि जागरण के दौरान नींद से बचने के लिए हल्का और सात्विक भोजन ही ग्रहण करें।

    7. अन्य लोगों के उपवास और पूजा में बाधा न डालें

    • इस दिन दूसरों के उपवास और पूजा में बाधा न डालें। सभी को अपने तरीके से भगवान शिव की आराधना करने दें।
    • दूसरों के प्रति सम्मान और सहयोग की भावना रखें।

    निष्कर्ष

    महाशिवरात्रि का त्योहार भगवान शिव की आराधना और आत्मशुद्धि का अवसर है। इस दिन कुछ चीजों से बचकर आप इस पवित्र दिन का पूरा लाभ उठा सकते हैं। मांसाहार, नशीले पदार्थ, क्रोध, नकारात्मक विचार और लापरवाही से दूर रहकर आप इस त्योहार को सही तरीके से मना सकते हैं। भगवान शिव की कृपा पाने के लिए सात्विकता, श्रद्धा और ध्यान का महत्वपूर्ण योगदान होता है।

    अचार्य अभय शर्मा एक अनुभवी वेदांताचार्य और योगी हैं, जिन्होंने 25 वर्षों से अधिक समय तक भारतीय आध्यात्मिकता का गहन अध्ययन और अभ्यास किया है। वेद, उपनिषद, और भगवद्गीता के विद्वान होने के साथ-साथ, अचार्य जी ने योग और ध्यान के माध्यम से आत्म-साक्षात्कार की राह दिखाने का कार्य किया है। उनके लेखन में भारतीय संस्कृति, योग, और वेदांत के सिद्धांतों की सरल व्याख्या मिलती है, जो साधारण लोगों को भी गहरे आध्यात्मिक अनुभव का मार्ग प्रदान करती है।

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