चैत्र नवरात्र 2025 में कलश स्थापना कब करें, देखिए मुहूर्त

When to do Kalash Sthapana in Chaitra Navratri 2025, see the auspicious time

चैत्र नवरात्र Chaitra Navratri में कलश स्थापना का मुहूर्त क्या है? नमस्कार दोस्तों, सनातन धर्म में चैत्र नवरात्र Chaitra Navratri का विशेष महत्व होता है। 

  • इस दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। 
  • यह पर्व न केवल आध्यात्मिक उन्नति का समय होता है, बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करता है। 
  • आइए जानते हैं कि चैत्र नवरात्र Chaitra Navratri 2025 में कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त क्या है और इसे करने की सही विधि क्या होनी चाहिए।

चैत्र नवरात्र Chaitra Navratri 2025 तिथि और कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त

  • पंचांग के अनुसार, चैत्र नवरात्र Chaitra Navratri 2025 की शुरुआत 30 मार्च से होगी और इसका समापन 7 अप्रैल 2025 को होगा। 
  • नवरात्र के पहले दिन कलश स्थापना का विशेष महत्व होता है। 
  • इसे विधिपूर्वक करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और सभी प्रकार के संकट टल जाते हैं। 
  • ध्यान रखिए की कलश स्थापना हमेशा नहा धोकर साफ सुथरा कपड़े पहनकर करनी चाहिए। इस दौरान घर के सभी सदस्यों का एक साथ होना जरूरी है। 

कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त:

  • 30 मार्च 2025 को सुबह 6:13 बजे से 10:22 बजे तक। यानी की आप कलश स्थापना इस साल सुबह के समय ही कर सकते हैं। 
  • इस दौरान ही कलश स्थापना करना सबसे शुभ माना गया है।

कलश स्थापना की विधि

  • पूजा स्थल की शुद्धि करें:- सबसे पहले घर के मंदिर को अच्छे से साफ करें और गंगाजल का छिड़काव करें।
  • कलश की स्थापना:- मिट्टी के पात्र में जौ बोएं और उसके ऊपर जल से भरा तांबे, पीतल या मिट्टी का कलश रखें।
  • कलश में सामग्री डालें:- कलश के जल में गंगा जल, सुपारी, हल्दी, अक्षत (चावल), और एक या दो रुपये का सिक्का डालें।
  • नारियल और आम के पत्ते रखें:- कलश के मुख पर आम के पत्ते लगाकर उसके ऊपर लाल कपड़े में लपेटा हुआ नारियल रखें।
  • मां दुर्गा का आह्वान करें:- दीप जलाकर दुर्गा माता का ध्यान करें और पूरे नवरात्र व्रत का संकल्प लें।
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चैत्र नवरात्र Chaitra Navratri का महत्व

चैत्र नवरात्र Chaitra Navratri के दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। यह समय साधना, उपासना और आत्मशुद्धि के लिए विशेष माना जाता है। इन नौ दिनों में राम नवमी का पर्व भी मनाया जाता है, जो भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव का प्रतीक है। इसलिए, नवरात्र के दौरान सच्चे मन से पूजा-अर्चना करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख-शांति का वास होता है।

निष्कर्ष 

यहां पर आपको बताया गया है की चैत्र नवरात्र Chaitra Navratri पर कलश स्थापना करने का सही मुहूर्त कौन सा है। इसके अलावा आपको यह भी बताया गया है की साल 2025 में चैत्र नवरात्र Chaitra Navratri कब से शुरू है।

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