क्या आप भी चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन के बारे में जानना चाहते हैं? नमस्कार दोस्तों नवरात्रि के आठवें दिन माँ महागौरी Maa Mahagauri की पूजा का विशेष महत्व होता है।
- चैत्र नवरात्रि 2025 में यह दिन 6 अप्रैल को मनाया जाएगा।
- इस दिन को दुर्गाष्टमी भी कहा जाता है, जो देवी दुर्गा की उपासना के लिए बेहद शुभ माना जाता है।
माँ महागौरी Maa Mahagauri का स्वरूप
- माँ महागौरी Maa Mahagauri का रंग अत्यंत गोरा होने के कारण उन्हें “महागौरी” कहा जाता है।
- उनकी चार भुजाएं होती हैं, जिसमें एक हाथ अभय मुद्रा में होता है, जो भक्तों को निर्भय रहने का आशीर्वाद देता है, और दूसरे हाथ में त्रिशूल होता है, जो शक्ति और साहस का प्रतीक है।
- अन्य दो हाथों में डमरू और वरमुद्रा होती है, जो भक्तों को मनचाही सिद्धियां प्रदान करती हैं।
- माँ महागौरी Maa Mahagauri सफेद वस्त्र धारण करती हैं और वृषभ (बैल) पर विराजमान रहती हैं।
पूजा विधि
- माँ महागौरी Maa Mahagauri की पूजा के लिए प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और माँ की मूर्ति या चित्र के सामने दीप जलाएं।
- इसके बाद सफेद फूल, चंदन, अक्षत और धूप अर्पित करें। माँ को सफेद रंग अत्यंत प्रिय है, इसलिए इस दिन व्रत रखने वाले लोग सफेद वस्त्र पहनते हैं और माँ को दूध से बनी मिठाइयों का भोग लगाते हैं।
- माँ महागौरी Maa Mahagauri को नारियल, सफेद फूल, मिश्री और दूध से बनी खीर का भोग लगाना शुभ माना जाता है।
माँ महागौरी Maa Mahagauri की महिमा
पौराणिक कथाओं के अनुसार, माँ महागौरी Maa Mahagauri ने कठोर तपस्या कर भगवान शिव को प्रसन्न किया था, जिसके कारण उनका रंग अत्यंत उज्ज्वल हो गया। माँ महागौरी Maa Mahagauri की आराधना करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और सभी कष्टों का नाश होता है। विशेष रूप से, जिन लोगों को विवाह या संतान प्राप्ति में कठिनाई हो रही हो, उनके लिए माँ महागौरी Maa Mahagauri की पूजा अत्यंत लाभकारी मानी जाती है।
कन्या पूजन का महत्व
नवरात्रि के आठवें दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है। इस दिन 9 कन्याओं को भोजन कराकर, उन्हें उपहार दिए जाते हैं और उनके चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया जाता है। ऐसा करने से माँ महागौरी Maa Mahagauri प्रसन्न होती हैं और जीवन में सुख-शांति प्रदान करती हैं।
निष्कर्ष
चैत्र नवरात्रि का आठवां दिन माँ महागौरी Maa Mahagauri की कृपा प्राप्त करने का सुनहरा अवसर होता है। इस दिन भक्त श्रद्धा और भक्ति से माँ की आराधना कर अपनी सभी मनोकामनाओं की पूर्ति कर सकते हैं।
