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    Moon Sighting is Crucial: Karwa Chauth Fast Nears its End

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    चांद के दीदार का महत्व: करवा चौथ व्रत समाप्ति का समय करीब

    करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र व्रतों में से एक है। यह व्रत पति-पत्नी के अटूट प्रेम और समर्पण का प्रतीक है। इस दिन महिलाएं पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को चांद के दीदार के बाद ही अपना व्रत खोलती हैं। चांद का दीदार सिर्फ व्रत तोड़ने की रस्म नहीं है, बल्कि करवा चौथ व्रत का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण चरण है। यही वह पल होता है जिसकी हर महिला पूरे दिन बेसब्री से प्रतीक्षा करती है।

    चांद का महत्व: हिन्दू धर्म में चंद्रमा को देवता माना जाता है और इसका विशेष महत्व है। करवा चौथ के दिन चांद को प्रेम, शांति और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। यह माना जाता है कि चंद्रमा के दर्शन मात्र से वैवाहिक जीवन में सुख, समृद्धि और प्रेम बना रहता है। इसीलिए, चांद को देखकर महिलाएं पूजा करती हैं और अपने पति की लंबी आयु और सुखी जीवन की कामना करती हैं।

    व्रत का समापन और चांद का दीदार: करवा चौथ का व्रत सूर्योदय से पहले शुरू होता है और चांद निकलने तक चलता है। पूरे दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं, जिसके कारण शारीरिक और मानसिक रूप से थकावट हो जाती है। ऐसे में, चांद का दीदार व्रत को समाप्त करने का संकेत देता है और महिलाओं को राहत और खुशी मिलती है।

    परंपराएं और रस्में: चांद निकलने के बाद, महिलाएं छलनी से चांद और फिर अपने पति का चेहरा देखती हैं। यह रस्म पति-पत्नी के बीच प्यार और विश्वास को और मजबूत करती है। इसके बाद महिलाएं अपने पति के हाथों से पानी पीकर और मिठाई खाकर अपना व्रत खोलती हैं। कुछ घरों में महिलाएं चांद को अर्घ्य भी देती हैं। यह सब रस्में चांद के दीदार के महत्व को और बढ़ा देती हैं।

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    तैयारियां ज़ोरों पर: करवा चौथ के लिए तैयारियां ज़ोरों पर हैं। बाजारों में रौनक है और महिलाएं सज-धजकर इस खास दिन के लिए तैयार हो रही हैं। हर तरफ उत्साह का माहौल है और महिलाएं बेसब्री से चांद के निकलने का इंतजार कर रही हैं। आजकल, टेक्नोलॉजी के युग में, लोग चांद के निकलने का समय जानने के लिए ऑनलाइन माध्यमों का भी सहारा ले रहे हैं। विभिन्न शहरों में चांद निकलने का समय अलग-अलग होता है, इसलिए महिलाएं अपने शहर के अनुसार चांद निकलने का समय जानती हैं।

    आख़िरी पड़ाव: करवा चौथ व्रत अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। कुछ ही घंटों में चांद दिखने वाला है और लाखों महिलाएं अपने व्रत को तोड़ने के लिए उत्सुक हैं। चांद का दीदार मात्र व्रत तोड़ने की रस्म नहीं है, बल्कि यह एक भावनात्मक और आध्यात्मिक अनुभव भी है। यह दिन पति-पत्नी के प्रेम और अटूट बंधन का जश्न मनाने का दिन है।

    इस करवा चौथ पर, आइए हम सब मिलकर चांद के दीदार के इस महत्वपूर्ण पल का स्वागत करें और अपने जीवन में प्रेम, खुशियां और समृद्धि की कामना करें।

    करवा चौथ की शुभकामनाएं!

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