क्या आप भी साल 2025 में सावन Sawan के महीने के बारे में जानना चाहते हैं? नमस्कार दोस्तों! सावन Sawan का महीना हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता है।
- यह महीना देवों के देव महादेव यानी भगवान शिव को समर्पित होता है।
- इस दौरान श्रद्धालु पूरे महीने शिव की पूजा-अर्चना करते हैं और विशेष रूप से सावन Sawan के सोमवार को व्रत रखते हैं।
- मान्यता है कि इस महीने में भगवान शिव की पूजा करने से सभी इच्छाएं पूरी होती है और भगवान शिव का आशीर्वाद भी मिलता है।
सावन Sawan के महीने में महिलाएं रखती है व्रत
सावन Sawan के महीने में महिलाएं भी विशेष रूप से व्रत रखती हैं और भगवान शिव व माता पार्वती से सुखी वैवाहिक जीवन की प्रार्थना करती हैं। इस पूरे महीने शिवालयों में विशेष भीड़ रहती है और जगह-जगह कांवड़ यात्रा भी निकाली जाती है, जिसमें भक्त पवित्र नदियों से जल लेकर भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं।
सावन Sawan की शुरुआत कब से?
- वैदिक पंचांग के अनुसार, इस वर्ष 10 जुलाई 2025 को गुरुवार के दिन आषाढ़ पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा।
- आषाढ़ पूर्णिमा का आरंभ 11 जुलाई को देर रात 2:06 मिनट से होगा और इसका अंत 12 जुलाई को रात 2:08 पर देखने को मिलेगा।
- यह समय कुछ राशियों के लिए बहुत ज्यादा शुभ भी हो सकता है।
- इस पूरी अपडेट के हिसाब से 11 जुलाई से सावन Sawan का पवित्र महीना शुरू हो रहा है और पहला सोमवार 14 जुलाई को भक्ति के साथ मनाया जाएगा।
- इस दिन भगवान शिव के सभी मंदिरों में पूजा अर्चना की जाएगी।
सावन Sawan में क्या करें?
सावन Sawan के महीने में बेलपत्र, धतूरा, भांग, दूध और गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करना शुभ माना जाता है। ओम नमः शिवाय का जाप करना, रुद्राभिषेक करवाना और शिव चालीसा का पाठ करना भी लाभकारी होता है।
यह महीना न सिर्फ धार्मिक रूप से विशेष है, बल्कि इसमें वातावरण भी हरियाली से भर जाता है, जिससे मन और आत्मा दोनों को शांति मिलती है। सावन Sawan में संयम और भक्ति का मार्ग अपनाकर हम अपने जीवन को सकारात्मक ऊर्जा से भर सकते हैं। आप चाहे किसी भी राशि के हैं सावन Sawan के महीने में भगवान शिव के लिए व्रत रख सकते हैं।
निष्कर्ष
यहां पर आपको बताया गया है की साल 2025 में सावन का पहला दिन 14 जुलाई को मनाया जाएगा। इसके अलावा सावन के महीने में क्या कुछ करना चाहिए इसके बारे में भी आपको बताया गया है।
