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    आज का पंचांग (9 फरवरी 2025): जानें शुभ-अशुभ समय और व्रत त्योहार

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    9 फरवरी को कौन सा योग बन रहा है? देखें दैनिक पंचांग की पूरी डिटेल

    9 फरवरी 2025 का पंचांग इस प्रकार है:

    • 9 फरवरी को माघ शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है, जो शाम 7 बजकर 26 मिनट तक रहेगी
    • इस दिन त्रिपुष्कर योग शाम 5 बजकर 53 मिनट से शुरू होकर शाम 7 बजकर 26 मिनट तक रहेगा
    • आर्द्रा नक्षत्र 9 फरवरी को शाम 5 बजकर 53 मिनट तक रहेगा

    शुभ मुहूर्त:

    • अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:14 से 12:58 तक
    • विजय मुहूर्त: दोपहर 02:25 से 03:27 तक
    • गोधुली मुहूर्त: शाम 06:21 से 07:22 तक
    • ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:06 से 05:09 तक
    • अमृत काल: सुबह 06:07 से 07:41 तक
    • निशीथ काल मुहूर्त: रात्रि 11:40 से 12:22 तक
    • संध्या पूजन: शाम 06:21 से 07:08 तक

    सूर्योदय और सूर्यास्त:

    • सूर्योदय: सुबह 7:03 बजे
    • सूर्यास्त: शाम 6:06 बजे

    राहुकाल का समय:

    • दिल्ली: शाम 04:43 से शाम 06:06 तक
    • मुंबई: शाम 05:10 से शाम 06:35 तक
    • चंडीगढ़: शाम 04:43 से शाम 06:05 तक
    • लखनऊ: शाम 04:30 से शाम 05:54 तक
    • भोपाल: शाम 04:47 से शाम 06:12 तक
    • कोलकाता: शाम 04:05 से शाम 05:29 तक
    • अहमदाबाद: शाम 05:07 से शाम 06:31 तक
    • चेन्नई: शाम 04:45 से शाम 06:12 तक

    अन्य जानकारी:

    • 9 फरवरी को तिल द्वादशी है
    • इस दिन एकादशी व्रत का पारण किया जाएगा
    • यह रवि प्रदोष व्रत का दिन भी है, जिसकी पूजा का मुहूर्त शाम 7 बजकर 25 मिनट से लेकर 8 बजकर 42 मिनट तक रहेगा
    • दिशा शूल पश्चिम दिशा में रहेगा, इसलिए इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए
    • संवत—पिङ्गला विक्रम संवत 2081
    • चंद्र राशि मिथुन है, जिसके स्वामी ग्रह बुध हैं
    • सूर्य राशि मकर है, जिसके स्वामी ग्रह शनि हैं
    • गुलिक काल 15:19 − 16:40 तक
    • यमगण्ड 12:35 − 13:57 तक
    • राहू काल 16:40 − 18:02 तक

    अचार्य अभय शर्मा एक अनुभवी वेदांताचार्य और योगी हैं, जिन्होंने 25 वर्षों से अधिक समय तक भारतीय आध्यात्मिकता का गहन अध्ययन और अभ्यास किया है। वेद, उपनिषद, और भगवद्गीता के विद्वान होने के साथ-साथ, अचार्य जी ने योग और ध्यान के माध्यम से आत्म-साक्षात्कार की राह दिखाने का कार्य किया है। उनके लेखन में भारतीय संस्कृति, योग, और वेदांत के सिद्धांतों की सरल व्याख्या मिलती है, जो साधारण लोगों को भी गहरे आध्यात्मिक अनुभव का मार्ग प्रदान करती है।