माघ गुप्त नवरात्रि 2025 का पर्व 30 जनवरी से शुरू होकर 7 फरवरी तक चलेगा। यह नवरात्रि विशेष रूप से देवी दुर्गा की 10 महाविद्याओं की पूजा के लिए जानी जाती है, जिसमें तंत्र साधना का महत्व होता है।
महत्वपूर्ण तिथियाँ
- शुरुआत: 30 जनवरी 2025
- समापन: 7 फरवरी 2025
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
गुप्त नवरात्रि की पूजा की शुरुआत घटस्थापना से होती है। इस वर्ष घटस्थापना का शुभ मुहूर्त:
- सुबह: 9:41 AM से 10:59 AM तक
- अभिजीत मुहूर्त: 12:29 PM से 1:14 PM तक
पूजा की विधि
गुप्त नवरात्रि में देवी शक्ति के 10 रूपों की पूजा की जाती है:
- माँ काली
- तारा देवी
- त्रिपुर सुंदरी
- भुवनेश्वरी
- माता छिन्नमस्ता
- त्रिपुर भैरवी
- माँ धूमावती
- माता बगलामुखी
- मातंगी
- कमला देवी
महत्व
गुप्त नवरात्रि को साधक विशेष रूप से गुप्त साधनाओं और तंत्र विद्या के लिए मानते हैं। इस दौरान देवी शक्ति के विभिन्न नामों का जाप और धार्मिक ग्रंथों का पाठ करने से जीवन में सुख और शांति प्राप्त होती है। यह समय मोक्ष और सिद्धियों की प्राप्ति के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है।इस प्रकार, माघ गुप्त नवरात्रि एक गहन साधना और आध्यात्मिक उन्नति का अवसर प्रदान करती है।

अचार्य अभय शर्मा एक अनुभवी वेदांताचार्य और योगी हैं, जिन्होंने 25 वर्षों से अधिक समय तक भारतीय आध्यात्मिकता का गहन अध्ययन और अभ्यास किया है। वेद, उपनिषद, और भगवद्गीता के विद्वान होने के साथ-साथ, अचार्य जी ने योग और ध्यान के माध्यम से आत्म-साक्षात्कार की राह दिखाने का कार्य किया है। उनके लेखन में भारतीय संस्कृति, योग, और वेदांत के सिद्धांतों की सरल व्याख्या मिलती है, जो साधारण लोगों को भी गहरे आध्यात्मिक अनुभव का मार्ग प्रदान करती है।