क्या आप भी चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन के बारे में जानना चाहते हैं? नमस्कार दोस्तों! चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन मां दुर्गा की सातवीं शक्ति माता कालरात्रि Devi Kaalratri की पूजा-अर्चना की जाती है।
- शास्त्रों में माता कालरात्रि Devi Kaalratri को शुभंकरी, महायोगीश्वरी और महायोगिनी के नाम से भी जाना जाता है।
- यह स्वरूप शक्ति और साहस का प्रतीक है, जो भक्तों के सभी भय और कष्टों को दूर करता है।
2025 में चैत्र नवरात्रि का सातवां दिन
- इस साल 2025 में चैत्र नवरात्रि का सातवां दिन 5 अप्रैल, शनिवार को मनाया जाएगा।
- इस दिन विशेष रूप से माता कालरात्रि Devi Kaalratri की आराधना की जाती है।
- माना जाता है कि माता कालरात्रि Devi Kaalratri की कृपा से अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है और व्यक्ति को जीवन में सभी सिद्धियां प्राप्त होती हैं।
माता कालरात्रि Devi Kaalratri का स्वरूप
- माता कालरात्रि Devi Kaalratri का स्वरूप अत्यंत शक्तिशाली और भयानक माना जाता है।
- उनका रंग काला होता है, और वे भुजाओं वाली देवी हैं।
- उनके एक हाथ में तलवार और दूसरे में लोहे का कांटा होता है।
- वे अपने वाहन पर सवार रहती हैं और उनका तीसरा नेत्र उनके अनंत ज्ञान और शक्ति का प्रतीक है।
माता कालरात्रि Devi Kaalratri की पूजा विधि
माता कालरात्रि Devi Kaalratri की पूजा विधि सरल लेकिन प्रभावशाली है। इस दिन भक्तों को ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर लाल या नीले वस्त्र धारण करके माता की आराधना करनी चाहिए। माता को गुड़, नारियल, काले तिल और शहद अर्पित करना शुभ माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से दुर्गा सप्तशती का पाठ करना, मां कालरात्रि Devi Kaalratri के मंत्रों का जाप करना और हवन करना अत्यंत लाभकारी होता है।
माता कालरात्रि Devi Kaalratri की कृपा से प्राप्त होने वाले लाभ
- माता कालरात्रि Devi Kaalratri की पूजा से सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं।
- भक्तों को किसी भी प्रकार का भय, बाधा और शत्रुओं से मुक्ति मिलती है।
- व्यापार, नौकरी और करियर में सफलता प्राप्त होती है।
- अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है और व्यक्ति को आयु, आरोग्य और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- अगर आप भी सभी संकट से दूर रहना चाहते हैं तो आपको भी इस दिन पूजा करनी चाहिए।
निष्कर्ष
इस प्रकार, चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन माता कालरात्रि Devi Kaalratri की उपासना करने से जीवन में सभी कष्टों का नाश होता है और मां की कृपा से हर संकट टल जाता है, जय माता दी।
