क्या आप भी 2025 में मेष संक्रांति Mesha Sankranti के बारे में जानना चाहते हैं? नमस्कार दोस्तों, हिन्दू धर्म में सूर्य देव को आत्मा का कारक माना जाता है।
- जब-जब सूर्य देव अपनी राशि परिवर्तन करते हैं, तब-तब धार्मिक रूप से विशेष पर्व मनाए जाते हैं।
- इस महत्वपूर्ण त्यौहार को एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करने के रूप में मनाया जाता है।
मेष संक्रांति Mesha Sankranti के दिन क्या कुछ किया जाता है
- इस पवित्र दिन पर सभी श्रद्धालु गंगा नदी के साथ-साथ अन्य पवित्र नदियों में स्नान करते हुए नजर आते हैं।
- यह स्नान पापों से मुक्ति और आत्मिक शुद्धि का प्रतीक माना जाता है।
- इसके बाद सूर्य देव की विधिवत पूजा की जाती है।
- लोग तिल, गुड़, गेहूं और अन्य दान करते हैं, जिससे जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
- आज की तारीख में सूर्य देव मीन राशि में विराजमान हैं।
- यह स्थिति 13 अप्रैल तक बनी रहेगी।
- इसके बाद 14 अप्रैल को सूर्य देव मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे, जिसे “मेष संक्रांति” Mesha Sankranti कहा जाता है।
- ज्योतिष के अनुसार, यह समय नए कार्यों की शुरुआत, ऊर्जा में वृद्धि और आत्मबल को बढ़ाने का होता है।
अत्यंत शुभ होता है यह समय
मेष राशि को अग्नि तत्व की राशि माना जाता है, और सूर्य का इस राशि में गोचर करना विशेष प्रभाव डालता है। इस राशि में सूर्य का प्रवेश, संक्रांति काल कहलाता है, जो कि नए संवत्सर की शुरुआत मानी जाती है। इस दिन से वर्ष के पहले महीने का आरंभ भी माना जाता है, इसलिए यह समय अत्यंत शुभ होता है।
14 अप्रैल को मनाई जाएगी मेष संक्रांति Mesha Sankranti
इसके पश्चात सूर्य देव एक महीने तक मेष राशि में रहेंगे और फिर वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। लेकिन मेष संक्रांति Mesha Sankranti का पर्व सिर्फ एक दिन के लिए मनाया जाता है। इस साल यह विशेष त्यौहार 14th अप्रैल को मनाया जाएगा। इस दिन विधि विधान के साथ पूजा पाठ करने से मां को शांति मिलती है और अंदर से भी अच्छा लगता है। यह दिन आपके दिन को और भी अच्छा बनाने का प्रयास करेगा।
निष्कर्ष
यहां पर आपको बताया गया है की साल 2025 में 14 अप्रैल को मनाया जाएगा मेष संक्रांति Mesha Sankranti का त्यौहार। इस दिन आपको क्या कुछ करना चाहिए इसके बारे में भी विस्तार में समझाया गया है। आप सभी को मेष संक्रांति Mesha Sankranti की हार्दिक शुभकामनाएं और इसी तरह हमारे साथ बने रहिए।
