
निर्जला एकादशी Nirjala Ekadashi व्रत पर शाम के समय क्या खाना चाहिए? नमस्कार दोस्तों, निर्जला एकादशी का त्यौहार आज यानी की शुक्रवार के दिन पूरे देश भर में मनाया जा रहा है।
- यह एकादशी सबसे कठिन और पुण्यदायी एकादशी मानी जाती है क्योंकि इसमें बिना जल ग्रहण किए उपवास रखा जाता है।
- यह दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु जी को अर्पित होता है।
- क्योंकि हम सभी सारा दिन व्रत रखते हैं तो शाम के समय कुछ ऐसा चाहिए होता है जिससे शरीर में ऊर्जा बनी रहे।
निर्जला एकादशी Nirjala Ekadashi के दिन भक्त कैसे रहते हैं
- जो लोग निर्जला एकादशी Nirjala Ekadashi का व्रत रखते हैं, वे पूरे दिन निर्जल और अन्न रहकर भगवान विष्णु जी की पूजा करते हैं।
- ऐसे में व्रत खोलते समय यानी शाम के समय शरीर को संतुलित और पौष्टिक आहार की आवश्यकता होती है।
शाम को व्रत खोलते समय क्या खाना चाहिए
- शकरकंद:- यह एक हल्का और ऊर्जा देने वाला आहार है। इसमें प्राकृतिक मिठास होती है और यह पचने में आसान होता है, जिससे व्रत के बाद शरीर पर ज्यादा भार नहीं पड़ता।
- कुट्टू के आटे की रोटी:- कुट्टू का आटा उपवास में सबसे ज्यादा खाया जाने वाला विकल्प है। इसकी रोटी बनाकर आप घी के साथ सेवन कर सकते हैं, जिससे शरीर को ताकत मिलती है।
- दूध और दही:- अगर आप हल्का आहार लेना चाहते हैं तो ठंडा दूध या दही एक उत्तम विकल्प है। यह शरीर को ठंडक भी देता है और पाचन को दुरुस्त रखता है।
- फलाहार:- व्रत में आप फलों का सेवन कर सकते हैं। खासकर जामुन, आम और केले जैसे फल इस दिन उपयुक्त माने जाते हैं। ये फल शरीर को ताजगी और ऊर्जा देते हैं।
- जल दान:- इस दिन हमें जल का दान जरूर करना चाहिए। इस काम को करने से भगवान विष्णु जी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। क्योंकि भगवान विष्णु जी यही कहते हैं की कभी किसी व्यक्ति को भूखा प्यासा नहीं रखना चाहिए। जल के अलावा आप चाहे तो शरबत, हल्दी, तरबूज, अनाज, भोजन और वस्त्र का दान कर सकते हैं।
निष्कर्ष
तो दोस्तों, अंत में, यह ध्यान रखें की व्रत खोलते समय हल्का, सात्विक और शुद्ध आहार ही लें ताकि शरीर को किसी प्रकार की असहजता न हो। इस पवित्र अवसर पर भगवान विष्णु जी का स्मरण करते हुए प्रेमपूर्वक व्रत खोलें। आप ऊपर जानकारी में दिए गए सभी आहार का सेवन आराम से कर सकते हैं। आप सभी को निर्जला एकादशी Nirjala Ekadashi की हार्दिक शुभकामनाएं।
