शनि की सबसे ज्यादा शक्तिशाली राशियां कौन सी है? नमस्कार दोस्तों, इस साल 2025 में शनि जयंती Shani Jayanti का पावन पर्व 27 मई, मंगलवार को पूरे भारतवर्ष में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाएगा।
- हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को भगवान शनि देव जी का जन्मोत्सव मनाया जाता है।
- शनि जयंती Shani Jayanti का दिन विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण होता है जिनकी कुंडली में शनि का प्रभाव अधिक होता है।
शनि देव जी को न्याय का देवता कहा जाता है
- शनि देव जी को न्याय का देवता माना जाता है, जो कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं।
- वे सूर्य पुत्र और नवग्रहों में एक प्रमुख ग्रह हैं। शनि देव जी का रंग काला होता है और उन्हें नीले वस्त्र तथा तिल का अति प्रिय माना गया है।
- शनि की दो सबसे शक्तिशाली राशियां मानी जाती हैं मकर और कुंभ।
- इन राशियों पर शनि का स्वामित्व है और इन पर उनका प्रभाव अत्यधिक सकारात्मक रहता है।
- मकर राशि, जोकि पृथ्वी तत्व की राशि है, उसके स्वामी स्वयं शनि देव हैं।
- इस राशि पर शनि और बुध दोनों का प्रभाव होता है, जिससे इस राशि के जातकों को अत्यंत बुद्धिमान, व्यावहारिक और अनुशासित माना जाता है।
- शनि मकर राशि वालों के जीवन में धन, संपत्ति और सामाजिक प्रतिष्ठा प्रदान करते हैं।
- अगर ये जातक कर्म के मार्ग पर ईमानदारी से चलते हैं, तो शनि उन्हें उन्नति के उच्च शिखरों तक पहुँचा सकते हैं।
शनि की शक्तिशाली राशि कुंभ है
वहीं, कुंभ राशि, जो वायु तत्व की राशि है, पर भी शनि का स्वामित्व होता है। इस राशि पर शनि का प्रभाव ज्ञान, तर्क और अध्यात्म की दिशा में होता है। कुंभ राशि वाले व्यक्ति काफी ज्यादा विचार करने वाले व्यक्ति होते हैं। इसीलिए शनि की कृपा इनके ऊपर काफी ज्यादा बनी होती है ताकि वह सही दिशा में आगे बढ़ सके।
शनि जयंती Shani Jayanti के शुभ मुहूर्त पर अगर आपकी राशि इन दोनों में से कोई एक है तो आपको शनि जयंती के दिन शनि भगवान जी से प्रार्थना और पूजा अर्चना करनी चाहिए। इसके अलावा दान का कार्य करना चाहिए।
निष्कर्ष
दोस्तों यहां पर आपको बताया गया है की शनि की सबसे ज्यादा शक्तिशाली राशियां कौन-कौन सी होती है। इन दोनों राशि वालों को जीवन में धन की कमी कभी भी नहीं होती है। इसके अलावा ज्ञान की कमी भी नहीं होती है और जीवन में सफलता मिलती है।